High School Translation PDF(Solved Exercises 2024) UP Board
Exercise-55
जो बालक परिश्रम करते हैं,
वे सदा सफल होते हैं। इस बात को याद रखो। जब तक
तुम कठिन परिश्रम करना नही सीखते, तब तक तुम्हे सुख
की आषा नही करनी चाहिए। सफलता के लिए हमें दृढ़ संकल्प तथा कर्म की आवष्यकता है।
गीता भी हमें यही षिक्षा देती है।
Children who
work hard are always successful. Remember this. Unless you learn to work hard,
you should not expect happiness. To be successful we need determination and
action. Geeta also gives us the same lesson.
Exercise-56
कल वर्षा हुई थी। आज
भी पानी बरस रहा है। हर तरफ पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। हो सकता है कि कल भी
वर्शा हो। यदि कल भी वर्शा होगी, तो हम घर पर बैठकर
पढ़ेंगें। राजू तुम कल क्या करोगे?
It rained
yesterday. It is also raining today. We see water everywhere. It might also
rain tomorrow. If it rains tomorrow, we shall study at home. Raju, what will
you do tomorrow?
Exercise-57
एक मनुष्य के दो
बेटे थे। एक दिन उनके पिता ने उन्हे अपने पास बुलाया और उनसे कहा, “मैं
अब काफी बूढ़ा हो गया हूँ। मेरे शरीर में बिल्कुल शक्ति नही है। मै चाहता हूँ कि
मेरे मरने के बाद तुम दोनों एक साथ रहो। एक-दूसरे की सदैव सहायता करो।‘‘
A man had two
sons. One day their father called them and said, “Now I have become old enough.
There is no energy in my body. I wish you would live together after my death. Always
help each other.
Exercise-58
एडिसन एक महान
वैज्ञानिक था। उसने जीवन भर कठोर परिश्रम किया। आज भी संसार उसे याद करता है। उसके
आविस्कारों से संसार को लाभ पहुँचा।
1931
ई0 में उसकी मृत्यु हो
गई। उसकी मृत्यु पर अमेरिका में कुछ देर के लिए बिजली की बत्तियाँ बुझा दी गयीं
थी।
Edison was a
great scientist. He worked hard throughout his life. The world remember him even
today. The whole world has been benefitted by his inventions. He died in 1931. The
electric light was put out for some time in America at his death.
Exercise-59
एक दिन मै स्कूल से
आ रहा था। रास्ते में एक बुढ़ा मिला। वह बहुत दुखी था। मैने उससे पूँछा] तुम इतने दुखी क्यों हो?‘‘ उसने
कहा,
‘‘मेरा सर्वनाष हो गया है। मेरे बड़े पुत्र ने
मुझे छोड़ दिया है। मुझे अब न दिखाई पड़ता है और न काम ही होता है। धन की कमी के
कारण मेरा जीवन बहुत दयनीय है।‘‘
One day I was
coming from school. I met an old man on the way. He was so sad. I asked him, “why
are you so sad?” he said, “I am doomed. My eldest son has left me. Now I can
neither see nor work. Due to shortage of money my life is so miserable.”
Exercise-60
सत्यनारायण जी एक
भले आदमी हैं। वह सदैव दूसरों की सहायता करते हैं। वह किसी को तंग नही करते हैं।
क्या आप उनको जानते है वह बहुत दिनों से
गरीब छात्रों की सहायता कर रहे हैं। आज कल वह अंग्रेजी की एक पुस्तक लिख रहे हैं।
Satyanarayan ji
is a good man. He always helps others. He doesn't harass anyone. Do you know
him? He has been helping poor students for a long time. Nowadays he is writing
a book in English.
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